ज़िन्दगी ने हमसे कोई ख़्वाहिश की तो होगी। मुकर जाना करके वादे निभाने के सियासतदानों से उसकी पहचान पुरा... ज़िन्दगी ने हमसे कोई ख़्वाहिश की तो होगी। मुकर जाना करके वादे निभाने के सियासतदानो...
आपके होकर खुद खोने लगे। धीरे -धीरे आप मेरे होने लगे। आपके होकर खुद खोने लगे। धीरे -धीरे आप मेरे होने लगे।
मेरे अपनों से इसीलिए सिंगल हूँ मैं हा, मैं सिंगल हूँ। मेरे अपनों से इसीलिए सिंगल हूँ मैं हा, मैं सिंगल हूँ।
हम सब की ज़िन्दगी में कभी न कभी ऐसे हालात पैदा हो जाते है जब हम अपनी हिम्मत हारने लगते है। ऐसे समय मे... हम सब की ज़िन्दगी में कभी न कभी ऐसे हालात पैदा हो जाते है जब हम अपनी हिम्मत हारने...
कैसे यह मुमकिन है, तेरे चेहरे पर सुकून की खुशी यूं छाई है। कैसे यह मुमकिन है, तेरे चेहरे पर सुकून की खुशी यूं छाई है।
कागज़ की कश्ती जैसी जिंदगी का भरोसा आखिर क्यों करना ! कागज़ की कश्ती जैसी जिंदगी का भरोसा आखिर क्यों करना !